देहरादून: स्मार्ट सिटी को लेकर धर्मपुर विधानसभा से भाजपा विधायक विनोद चमोली ने एक बार फिर से सवाल खड़े किए है। विधायक चमोली ने कहा है कि जिस डीपीआर के अनुरूप स्मार्ट सिटी के कामों की अनुमति मिली उसके हिसाब से काम ही नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि जो डीपीआर मेयर रहते हुए उनके दौरान बनाया गया था उस पर काम ही किया गया। कहा कि उन प्रोजेक्सट पर काम ही नहीं हुआ जो योजनाएं नगर निगम से पास की गई थी। जब इस मसले पर उन्होंने विधानसभा में बोलना शुरू किया था तब उनको बोलने से मंत्री ने रोक दिया था। कहा कि जो ऑरिजनल डीपीआर है उस डीपीआर के तहत आज के कामों को कम्पेयर किया जाना चाहिए। इससे यह पता चल जाएगा कि अधिकारियों ने यहां पर क्या-क्या किया। वहीं उन्होंने मांग की है कि स्मार्ट सिटी के कामों का ऑडिट किया जाना चाहिए, साथ ही जिन अधिकारियों में मनमानी की है उनको दंडित कर आगे महत्पूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए। कहा कि अधिकारियों की सीआर में यह लिखा जाना चाहिए ताकि ऐसे अधिकारियों को जिम्मेदारी का काम ना मिले।
उन्होंने सवाल किया है कि केवल परेड ग्राउंड पर ही 38 करोड़ के लगभग खर्च कर दिया। जबकि डीपीआर में कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई गई थी।