बड़कोट: उत्तरकाशी जिले के स्यानाचट्टी क्षेत्र में अतिवृष्टि और भूस्खलन के कारण यमुना नदी में जमा मलबा स्थानीय लोगों के लिए संकट बन गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के घरों और होटलों में पानी भर रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
स्यानाचट्टी के स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि सात अगस्त तक नदी से मलबा नहीं हटाया गया और जल निकासी का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे और यमुनोत्री हाईवे को जाम करेंगे।

ज्ञापन में बताया गया है कि 28 जून को बादल फटने से भारी मात्रा में मलबा यमुना नदी में आ गया था, जिससे स्यानाचट्टी क्षेत्र में झील बन गई। जिलाधिकारी द्वारा दो बार निरीक्षण किया गया जिसके बाद सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब भी करीब 20-25 फीट मलबा नदी में जमा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के चलते झील की स्थिति बार-बार बन रही है, जिससे जीवन, संपत्ति और यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर खतरा मंडरा रहा है। समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।