उत्तरकाशी: प्रदेश की भाजपा सरकार राज्य में बेहतर कनेक्टिविटी और सुख सुविधाओं के लाख दावे करते रही है। वहीं उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो बीजेपी सरकार के दावों को आयना दिखा रही रही। मोरी ब्लॉक के गोविंद वन्य जीव विहार राष्ट्रीय पार्क का जखोल-लिवाड़ी मार्ग पिछले 4 महीने से बंद है। जिसके चलते पंचगाई पट्टी के कई गांव में खाद्यान्न का संकट गहराने लगा है।
ग्रामीणों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा है कि यदि आने वाले एक सप्ताह में यह मार्ग सुचारू नहीं होता है, तो उनके सामने कई प्रकार की दिक्कतें खड़ी हो जाएगी। कहा कि फसलीय सीजन भी इसी दरमियान है और यदि सड़क मार्ग नहीं खुले तो वह भी पूरी तरह से प्रशासन की लापरवाही के भेंट चढ़ जाएंगी। बताया कि क्षेत्र में आलू की पैदावार बड़े पैमाने पर होती है लेकिन जखोल तक आलू की फसल को कैसे पहुंचाया जाए इससे किसान खासे चिंतित हैं। इससे ज्यादा चिंता स्थानीय लोगों को इस बात की होने लगी है कि घरों में रखा राशन भी खत्म होने की कगार पर है और आने वाले दिनों में खाद्यान्न संकट स्थानीय लोगों पर मंडरा सकता है।
यह गांव हो रहे हैं प्रभावित
पंचगाई पट्टी के फीताड़ी, रेकाचा, कासला, राला और लिवाड़ी गांव के लोग पूरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में उनकी सेब और आलू की फसल बर्बादी के कगार पर है। ग्रामीणों ने यह अभी बताया कि गर्भवती महिलाओं को वह डोली के माध्यम से कंधे पर उठाकर जखोल तक पहुंचा रहे हैं। इतना ही नहीं यदि कोई गांव में बीमार हो रहा है उसे भी जखोल तक पहुंचने में काफी कठिनाई आ रही है।
ग्रामीण प्रशासन को लगा चुके हैं गुहार
ग्रामीणों ने कहा कि 4 महीने से बंद पड़े मोटर मार्ग को खुलवाने के लिए शासन प्रशासन को कई बार अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन अभी तक शासन प्रशासन ने इसकी सुध तक नहीं ली। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि जल्द ही यह मोटर मार्ग सुचारू नहीं किया जाता है तो वह तहसील परिसर में धरना करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।
पेपर लीक मास्टरमाइंड हाकम का गांव है लिवाडी
पेपर लीक मामले में आरोपी हाकम सिंह भी इसी पंचगाईं पट्टी के लिवडी गांव का निवासी है। जखोल से लिवाड़ी की दूरी करीब 15 किलोमीटर है।










