ड्यूटी पर रहते हुए हुए शहीद
गैरसैंण के कुंजापानी गांव के वीर सपूत गुसाईं राम का निधन देश सेवा करते हुए हुआ। वे अरुणाचल प्रदेश में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के ग्रीफ सैनिक पद पर तैनात थे। 18 दिसंबर को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और अस्पताल में उपचार के दौरान वे शहीद हो गए।
गांव में शोक की लहर
शहीद की खबर मिलते ही उनके गांव में मातम छा गया। पूरा गांव गुसाईं राम को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़ा। जब पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, तो परिजन और ग्रामीण बिलख उठे। हर किसी की आंखों में आंसू थे और शहीद के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट कर रहे थे।
परिवार पर दुखों का पहाड़
गुसाईं राम की पत्नी पुष्पा देवी अपने पति का तिरंगे में लिपटा शव देखकर बेहोश हो गईं। उनके दोनों बेटे और बेटी भी गहरे शोक में हैं। यह परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
शहीद गुसाईं राम को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शुक्रवार को पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और पार्थिव शरीर को पैतृक घाट ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद गुसाईं राम अमर रहें!