सोशल मीडिया बना साइबर अपराधियों का हथियार
आजकल सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ठगना बेहद आसान हो गया है। ठग नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेकर उन्हें भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाल ही में उत्तराखंड के कोटद्वार में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक शिक्षक हनी ट्रैप का शिकार हो गया और उससे लाखों की ठगी की गई।
युवती बनकर किया जाल में फंसाने का प्रयास
मामले के अनुसार, शिक्षक की सोशल मीडिया पर 22 फरवरी की रात एक अज्ञात युवती से दोस्ती हुई। शुरुआती दिनों में बातचीत सामान्य रही, लेकिन कुछ दिनों बाद शिक्षक के पास एक युवक का संदेश आया कि उसका एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (यूट्यूब) पर अपलोड किया गया है। उस व्यक्ति ने शिक्षक को दिल्ली साइबर सेल के एक अधिकारी से संपर्क करने के लिए कहा।
पैसे लेकर ब्लैकमेल करते रहे ठग
शिक्षक ने घबराकर बताए गए व्यक्ति से संपर्क किया। ठगों ने शिक्षक से वीडियो हटवाने के नाम पर पैसे मांगे। सबसे पहले शिक्षक से 31,900 रुपये गूगल पे के माध्यम से लिए गए। फिर धीरे-धीरे ब्लैकमेल कर कुल 3.54 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगों ने बार-बार वीडियो दोबारा अपलोड करने की धमकी देकर शिक्षक से पैसे ऐंठते रहे।
कानूनी कार्रवाई की गई शुरू
ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर शिक्षक ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। एसएसआई जयपाल चौहान ने बताया कि अज्ञात ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
सोशल मीडिया पर सतर्क रहने की सलाह
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने और किसी भी अज्ञात कॉल या वीडियो कॉल को रिसीव करने से बचने की सलाह दी गई है। पुलिस ने यह भी कहा है कि इस तरह की ठगी से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है।