नई दिल्ली: महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए NIPCCD द्वारा दिल्ली ने पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में महिलाओं को उद्यमशीलता और लघु व्यावसायिक कौशल के तहत अवधारणाओं, उपकरणों और तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ निपसिड की ज्वाइंट सेक्रेटरी रीता पटनायक ने किया। जबकि प्रशिक्षण का नेतृत्व निपसिड की सहायक निदेशक डॉ. प्रेमा पांडेय और अन्य विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा किया गया। कार्यशाला में महिला उद्यमिता और भारत की वर्तमान स्थिति का अवलोकन, नेतृत्व विकास, संचार और संबंध कौशल का विकास, ग्रामीण उत्पादों को शहरी बाजार में लाने के लिए नेटवर्किंग और मार्केटिंग की रणनीतियों पर जोर दिया गया। विशेष रूप से, सूक्ष्म उद्यमों के लिए संभावित आर्थिक गतिविधियों का चयन, बैंक से लोन, व्यापारिक विचारों का सृजन और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से इन उद्यमों को प्रोत्साहन देने के उपायों पर चर्चा की गई।
इसके साथ ही कार्यशाला में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकारी पहलुओं जैसे स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, वित्तीय साक्षरता पर चर्चा हुई। प्रतिभागियों ने जन शिक्षण संस्थान पटेल नगर पश्चिम दिल्ली में फील्ड विजिट भी किया। जहां उन्हें उद्यमिता विकास और सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

इस कार्यशाला में आए हुए विशेषज्ञों में शकील अहमद खान, रवि गुप्ता, उमूल हैदर, सतीश कुमार श्रवण, इंदु वर्मा, उज्मा मुमताज़ और सुनीता ने अपनी विचार साझा किए। इस कार्यशाला ने महिलाओं को अपने उद्यम स्थापित करने और उन्हें सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान दिया गया। जिससे महिला उद्यमशीलता को एक नया प्रोत्साहन मिल सकेगा। इस कार्यशाला में स्टेट हब फॉर एम्पॉवरमेंट ऑफ विमेन SHEW महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, उत्तराखंड से सुप्रिया चंद, विभिन्न राज्यों के डिस्ट्रिक्ट हब फॉर एम्पॉवरमेंट ऑफ विमेन DHEW के कार्यकर्ता वन स्टॉप सेंटर के कार्यकर्ता और झारखंड से बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित एनजीओ के कार्यकर्ताओं के द्वारा भी प्रतिभाग किया गया गया। इस प्रशिक्षण में न केवल महिलाओं को उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षित किया, बल्कि उन्हें व्यवसाय योजना और व्यवसाय मॉडल तैयार करने के लिए भी प्रेरित किया।










