देहरादून। प्रदेश में अवैध खनन लगातार धड़ल्ले से हो रहा है। अवैध खनन को लेकर तमाम राजनीतिक दल सत्ता पक्ष पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। अवैध खदान इतने बड़े पैमान पर हो रहा है कि खुद हाई कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना पड़ रहा है।
पिछले दिनों नैनीताल हाई कोर्ट ने बागेश्वर में हो रहे खड़िया खनन को लेकर रोक लगा दी। यही नहीं यमुना नदी में भी इसी तरह की सूचनाएं लगातार सामने आ रही है। इसी तरह के आरोप में यमुनोत्री से विधायक संजय डोभाल के भाई विनोद डोभाल जो हाल ही में नगर पालिका बड़कोट से पालिका अध्यक्ष चुनकर आए वह भी अवैध खनन के मामले में जेल गए हैं।
इस अवैध खनन से अब गंगा भी अछूती नहीं है। आए दिन गंगा में अवैध खनन के मामले सामने आते रहते हैं। इसी कड़ी में टिहरी जिले के अंतर्गत आने वाली यमुना व अगलाड़ नदी में अवैध रूप से मशीनों द्वारा खनन का आरोप है।
इसी मसले को लेकर रालोद ने जिला अधिकारी टिहरी से मुलाकात कर अवैध खनन का मामला उठाया है। इस बाबत राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश महासचिव उदयवीर सिंह चहल और प्रदेश महासचिव अनुपम खत्री ने टिहरी जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा है।
राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं द्वारा दिए गए ज्ञापन में आरोप है कि यमुना व अगलाड़ नदी में अवैध रूप से मशीनों द्वारा खनन कर अपने क्रेशर को चलाया जा रहा है, नदी क्षेत्र में स्टोन क्रेशर की आड़ में अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। स्टोन क्रेशर चालक संचालक (मालिक) जिन प्रपत्रों के आधार पर खनन का कार्य यानी कच्चे माल की प्राप्ति दिखा रहे हैं असल में वहां से खनन हो ही नहीं रहा है और यमुना व अगलाड़ नदी में अवैध रूप से मशीनों द्वारा खनन कर अपने क्रेशरों को चला रहे हैं। उन्होंने मामला उठाते हुए कहा है कि राजस्व चोरी और नदियों के गलत दोहन को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी से मिलकर उन्होंने कहा है कि जिन क्रेशर मालिकों के द्वारा नदियों का दोहन राजस्व चोरी और अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा ना जाए और क्रेशर को तुरंत बंद कर त्वरित कार्रवाई की जाए।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश में इस तरह के लोगों को किसी भी तरह से बर्दाश्त न किया जाए।
वहीं जिलाधिकारी द्वारा रालोद के पदाधिकारियों को भरोसा दिया गया है कि पूरे मामले की जांच जल्द से जल्द कर उचित कार्रवाई की जाएगी।