देहरादून: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश के 13 जिलों में कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल तैयार किया जा रहे हैं। भारत सरकार की योजना निर्भया फंड के तहत इन हॉस्टलों को बनाया जा रहा है। एक हॉस्टल में 25 बच्चियों के रहने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। योजना के तहत सात जिलों के लिए बजट मिल गया है। जबकि 6 जिलों का प्रस्ताव प्रगति पर है।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास निदेशक प्रशांत आर्य ने बताया है कि इसी योजना के अंतर्गत सिडकुल क्षेत्र में अच्छी सुविधाओं के साथ बड़े हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए कुछ स्थानों पर विभाग को जमीन मिल गई है। निदेशक ने बताया कि इन हॉस्टल में कामकाज करने वाली महिलाएं व छात्राएं कम पैसे में रह सकेंगी।
ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा लाभ
निर्भया फंड के तहत बन रहे हॉस्टलों का लाभ ग्रामीण महिलाएं ले सकेंगी। इसमें छात्राएं व कामकाजी महिलाएं रह सकेंगी। बड़े पैमाने पर महिलाएं व छात्राएं कामकाज व पढ़ाई के सिलसिले में शहरों रुख करते हैं। ऐसे में न्यूनतम पैसे में रहने खाने के साथ ही सुरक्षित आवास मिल सकेगा।
प्रदेश में अभी तक दो हॉस्टल है
प्रदेश में अभी तक दो कामकाजी हॉस्टल है। एक देहरादून में संचालित है जबकि दूसरा हरिद्वार में बना है। ऐसे में अब विभाग की पहल से राज्य के सभी जिलों में हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। साथ ही 13 जिलों के अलावा सिडकुल क्षेत्रों में भी अच्छे और बड़े हॉस्टल बनाए जाने प्रस्तावित है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही कामकाजी महिलाएं इसका लाभ ले सकेंगी।