देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्यटन मंत्री सतपाल और ब्यूरोक्रेसी पर बड़े सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज सीता सर्किट की फाइल को आगे बढ़ाते तो आज अयोध्या की तरह पौड़ी जनपद के फलस्वाड़ी गांव में वैसे ही विकास होता जैसा अयोध्या में देखने को मिल रहा है। कहा कि जब मेरे द्वारा इसको लेकर घोषणा की गई थी तब भी पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज थे और मौजूदा समय में भी वही हैं। उन्होंने ब्यूरोक्रेसी पर भी सवाल खड़े किए है। कहा कि अधिकारियों द्वारा भी इस मामले में कोई पैरवी नहीं की गई, यदि सीएम धामी के ध्यान में इस घोषणा को लाया जाता तो यह योजना आगे बड़ सकती थी। आगे कहा कि अयोध्या आज विकास का केंद्र बिंदु बन गया है। कहा कि यदि इस योजना पर काम हो जाता तो सीता सर्किट अध्यात्म के साथ साथ राज्य के आर्थिकी के लिए भी मिल का पत्थर साबित हो सकती है।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 2019 में पौड़ी जनपद के फलस्वाड़ी गांव में सीता सर्किट बनाने की घोषणा की थी, जिस पर काम भी शुरु कर दिया गया था। योजना के तहत कुछ बजट भी जारी किया गया था। लेकिन उसके बाद से काम रत्तीभर भी आगे नहीं बड़ पाया है। माना जाता है कि यह वही स्थान है जहां माता सीता ने भू समाधि ली थी। यहां एक मात्र प्राचीन मंदिर महर्षि बाल्मीकि के साथ ही लक्ष्मण मदीर भी है।