पंजीकरण की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
देहरादून: चारधाम यात्रा 2025 को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक कुल 20 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। इसमें केदारनाथ के लिए 6.82 लाख, बदरीनाथ के लिए 6.01 लाख, गंगोत्री के लिए 3.55 लाख, यमुनोत्री के लिए 3.24 लाख और हेमकुंड साहिब के लिए 34,633 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है।
मई के ऑनलाइन स्लॉट फुल
सबसे अधिक मांग केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की यात्रा के लिए रही है। मई माह के लिए दोनों धामों के ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट पूरी तरह भर चुके हैं। इस वजह से अब तीर्थयात्रियों को अन्य विकल्प तलाशने की जरूरत पड़ रही है।
सरकार ने बढ़ाए 10% स्लॉट
श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण की संख्या में 10 प्रतिशत की वृद्धि की है ताकि अधिक से अधिक लोग दर्शन कर सकें। इसके बावजूद भी मई माह के लिए स्लॉट पूरी तरह भर चुके हैं।
अब ऑफलाइन पंजीकरण है विकल्प
जिन तीर्थयात्रियों को मई में ऑनलाइन पंजीकरण नहीं मिल पाया है, उनके लिए सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है। इसके तहत 28 अप्रैल से सुबह 7 बजे से पंजीकरण काउंटर खोले जाएंगे। तीर्थयात्री इन काउंटरों पर जाकर ऑफलाइन माध्यम से यात्रा के लिए अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं।
60% पंजीकरण आधार आधारित ऑनलाइन
इस बार की यात्रा में पंजीकरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए सरकार ने 60 प्रतिशत पंजीकरण आधार आधारित ऑनलाइन प्रणाली से किए हैं। इसका मकसद यह है कि कोई भी तीर्थयात्री बिना पंजीकरण के यात्रा न कर सके और व्यवस्था सुचारू बनी रहे।
कपाट खुलने की तिथि नजदीक
केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई 2025 को और बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई 2025 को खुल रहे हैं। इन दोनों पवित्र धामों की यात्रा के लिए मई माह को सबसे उपयुक्त माना जाता है, जिस कारण पंजीकरण की भारी भीड़ उमड़ रही है।
गंगोत्री और यमुनोत्री में अभी स्लॉट उपलब्ध
यदि श्रद्धालु बदरीनाथ या केदारनाथ नहीं जा पा रहे हैं तो उनके पास विकल्प के तौर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा करने का अवसर अभी भी है। इन दोनों धामों के लिए मई माह में अभी ऑनलाइन पंजीकरण उपलब्ध हैं।
तीर्थयात्रियों के लिए दिशा-निर्देश
प्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे बिना पंजीकरण के यात्रा न करें। साथ ही यात्रा के दौरान अपने साथ पहचान पत्र और पंजीकरण स्लिप अवश्य रखें। इससे चेकिंग में आसानी होगी और किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राज्य सरकार द्वारा यात्रा मार्गों पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, और आपदा प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक धाम में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, जहां से यात्रा की निगरानी की जा रही है। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि तीर्थयात्रियों को तत्काल सहायता मिल सके।
तीर्थयात्रियों से संयम और धैर्य की अपील
सरकार ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि यात्रा के दौरान संयम और धैर्य बनाए रखें। यदि किसी कारणवश पंजीकरण नहीं हो पा रहा है तो वैकल्पिक तारीखों या अन्य धामों की यात्रा की योजना
चारधाम यात्रा 2025 में तीर्थयात्रियों का उत्साह चरम पर है, खासकर बदरीनाथ और केदारनाथ के प्रति। हालांकि मई के ऑनलाइन स्लॉट फुल हो चुके हैं, पर सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था करके एक बड़ा विकल्प दिया है। गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए अभी भी ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में श्रद्धालु धैर्य और योजना के साथ यात्रा करें, ताकि आध्यात्मिक यात्रा स्मरणीय और सुरक्षित बनी रहे।