प्रयागराज में आध्यात्मिक माहौल
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में जोरों पर है। इस पवित्र अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। आज सुबह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी संगम तट पर पूजा-अर्चना के बाद पवित्र स्नान किया।
राष्ट्रपति ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
राष्ट्रपति मुर्मू ने न सिर्फ स्नान किया, बल्कि प्रवासी पक्षियों को दाना खिलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और प्रकृति प्रेम का प्रतीक भी है।
रेल मंत्री ने किया स्टेशन का निरीक्षण
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन सहित आठ प्रमुख स्टेशनों पर विशेष इंतजाम किए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और बताया कि कल 330 ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन से रवाना हुईं, और आज भी संचालन सुचारु है।
भक्तों का जनसैलाब
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। सुरक्षा कर्मियों को घाटों और प्रमुख मार्गों पर तैनात किया गया है, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
महाकुंभ 2025: आस्था और विश्वास का संगम
महाकुंभ सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक आध्यात्मिक आकर्षण बन चुका है। यहाँ विदेशों से भी कई श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए आ रहे हैं। इस पवित्र आयोजन का मुख्य उद्देश्य आत्मशुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति है।