देहरादून/विकासनगर: उत्तराखंड देवभूमि ट्रक आनर्स महासंघ के समर्थन में यमुना घाटी की तीन प्रमुख ट्रक यूनियन आ गई हैं। विकास नगर के बाढ़वाला क्षेत्र में इन तीनों यूनियनों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है, जिसका असर पहाड़ी इलाकों पर भी पड़ सकता है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण पहाड़ों पर असर संभव: ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों ने अपनी प्रमुख मांगें सरकार के सामने रखी हैं। उनकी प्रमुख मांगें हैं – राज्यभर में वाहन की भार क्षमता के अनुसार संचालन, केवल परिवहन विभाग को वाहनों का चालान करने का अधिकार, 25 प्रतिशत वाहन भाड़े में वृद्धि, पुलिस द्वारा उत्पीड़न पर रोक, मुख्य स्थानों पर धर्मकांटे स्थापित करने और पहाड़ी क्षेत्रों में बड़े बार ट्रकों के संचालन पर रोक।
मांगों के पूरा न होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी: यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है कि जब तक उनकी छह प्रमुख मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। इस हड़ताल का असर राज्य के अन्य हिस्सों की तरह पहाड़ी क्षेत्रों में भी देखने को मिल सकता है।
आपूर्ति संकट और विकास कार्यों पर असर: यदि यह हड़ताल लंबी चलती है, तो राशन और अन्य आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति में कमी हो सकती है। साथ ही निर्माण सामग्री की कमी से विकास कार्यों में भी रुकावट आ सकती है। फिलहाल, ट्रक संचालकों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों की पूर्ति तक यह हड़ताल जारी रहेगी।